उत्तराखंड में चारधाम यात्रा (Chardham Yatra 2022) के लिए ऑनलाइन पंजीकरण शुरू हो गया है। इस बार बहुत ज्यादा संख्या में तीर्थ यात्रियों के आने की संभावना है। चारधाम यात्रा इस साल 3 मई से शुरू हो जाएगी। 3 मई को अक्षय तृतीया के दिन गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खुलेंगे। इसके साथ ही चारधाम यात्रा (Chardham Yatra 2022) शुरू हो जाएगी। वहीं केदारनाथ धाम के कपाट 6 मई और बदरीनाथ धाम के कपाट 8 मई को खुलेंगे।
चारधाम यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन (Chardham Yatra Registration)
- चारधाम यात्रा के लिए अब ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन होता है। इसके लिए सबसे पहले कुमाऊं गढ़वाल मंडल विकास निगम (GMVN) की वेबसाइट gmvnonline.com पर क्लिक करें।
- इसके बाद चारधाम ऑफिशियल यात्रा रजिस्ट्रेशन पर क्लिक करें। इसके बाद नया पेज खुलेगा।
- अब एक नया विंडो खुलेगा। पहला ऑप्शन चारधाम टूर पैकेज का होगा और दूसरा ऑप्शन चारधाम रजिस्ट्रेशन का होगा।
- अब रजिस्ट्रेशन वाले ऑप्शन पर क्लिक करें।
- इसके बाद नया पेज खुलेगा। इसमें यात्री को अपनी राष्ट्रीयता, आधार नंबर मोबाइल नंबर ऑल इमेल आईडी दर्ज करके सबमिट करना होगा।
- इन सभी जानकारियों को सबमिट करने के बाद रजिस्ट्रेशन हो जाएगा।
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चारों धाम में कौन कौन से स्थान आते हैं?
चारधाम यात्रा (Chardham Yatra 2022) दुनिया की सबसे पवित्र तीर्थ यात्राओं में से एक है। इस यात्रा में तीर्थ यात्री यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ तीर्थ का दर्शन करते हैं। इसे छोटा चारधाम यात्रा के नाम से भी जाना जाता है।
भारत के प्रमुख चारधाम (आदिगुरु शंकराचार्य द्वारा स्थापित)
- बद्रीनाथ
- द्वारका
- जगन्नाथ पुरी
- रामेश्वरम
चार धाम यात्रा कहां से शुरू कर सकते हैं?
सड़क मार्ग से चारधाम यात्रा (Chardham Yatra 2022) हरिद्वार, दिल्ली, ऋषिकेश और देहरादून से शुरू कर सकते हैं। हरिद्वार रेलवे स्टेशन इन पवित्र स्थानों से सबसे निकट का रेलवे स्टेशन है। हरिद्वार शहर सड़क और रेल नेटवर्क के माध्यम से दिल्ली तथा अन्य प्रमुख शहरों से जुड़ा हुआ है।
चारधाम यात्रा में कितना खर्च आता है?
आईआरसीटीसी का चार धाम यात्रा पैकेज (Chardham Yatra Package 2022) प्रति व्यक्ति 58,900 रुपए का है। इस पैकेज में आपको बद्रीनाथ, बरकोट, गंगोत्री, गुप्तकाशी, हरिद्वार, जानकी चट्टी, केदारनाथ, सोनप्रयाग, उत्तरकाशी, यमुनोत्री के दर्शन कराए जाते हैं। यह पूरा टूर पैकेज 11 रात और 12 दिन का होता है।
चारधाम की स्थापना किसने की?
माना जाता है कि चारधाम की स्थापना 8वीं-9वीं सदी के बीच में आदिगुरु शंकराचार्य द्वारा किया गया था। वर्तमान मंदिर शंकराचार्य द्वारा ही बनवाया गया था। बद्रीनाथ मंदिर के बारे में स्कंद पुराण और विष्णु पुराण में भी वर्णन मिलता है। इस मंदिर के वैदिक काल (1750 से लेकर 500 ईसा पूर्व) में भी मौजूद होने के बारे में वर्णन मिलता है।
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